"सुनो तुम ना बेवजह मुस्कुरा लिया करो"
सुनो तुम ना बेवजह मुस्कुरा लिया करो
कोई बात परेशान करे तो बता दिया करो....
अंत ही प्रारब्ध जब , विनाश ही समर्थ है।
त्वरित द्रवित भावना ,प्राण में एकत्र है।।
प्रतिशोध जब काल से ही , प्रेम तब निरर्थ है।
आत्माओ से सुनो , मृत्यु में क्या अर्थ है।।
स्वांस क्षीण हो नही , रक्त की नदी नदी।
पाप के विनाश तक , मृत्यु को नहीं नहीं।।
"In the quiet of night, stars whisper dreams to the moon, painting the sky with secrets untold."